उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा और अगले VP की तलाश: जानें सब कुछ!

ब्रेकिंग न्यूज़! भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह खबर पिछले 24 घंटों में गूगल पर सबसे ज़्यादा सर्च किए जाने वाले और चर्चा में रहने वाले विषयों में से एक बन गई है। उनकी अचानक विदाई ने देश के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और अब सबकी निगाहें अगले उपराष्ट्रपति की तलाश पर टिकी हैं।

अगर आप जानना चाहते हैं कि क्या हुआ, क्यों हुआ और आगे क्या हो सकता है, तो आइए इस ज्वलंत मुद्दे पर गहराई से नज़र डालते हैं!

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: क्यों और कब?

  • इस्तीफे की पुष्टि: 21 जुलाई, 2025 (सोमवार) को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

  • कारण: उन्होंने अपने इस्तीफे पत्र में स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य कारणों को प्राथमिकता देने और मेडिकल सलाह का पालन करने का उल्लेख किया है।

  • प्रभाव: यह कदम अप्रत्याशित था और इसने तुरंत ही देश भर में राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे दिया है।

अगला उपराष्ट्रपति कौन? रेस में कौन-कौन शामिल?

उपराष्ट्रपति का पद खाली होने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारत का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा। यह पद न केवल संवैधानिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्यसभा के सभापति के रूप में भी कार्य करता है।

  • चुनावी प्रक्रिया: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 66 के तहत उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों द्वारा मिलकर किया जाता है। यह एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों की भूमिका अहम होती है।

  • संभावित दावेदार (अनुमान): राजनीतिक गलियारों में कई नामों पर अटकलें लगाई जा रही हैं। सत्ताधारी दल (BJP) और विपक्षी गठबंधन (INDIA) दोनों ही इस पद के लिए अपने-अपने नामों पर विचार-विमर्श कर रहे होंगे।

    • सत्ता पक्ष से: कुछ वरिष्ठ नेताओं और अनुभवी सांसदों के नाम सामने आ सकते हैं, जो राज्यसभा में सरकार की स्थिति को मज़बूत कर सकें।

    • विपक्ष से: विपक्षी गठबंधन भी एक ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारने की कोशिश करेगा जो एक सशक्त चुनौती दे सके और अपनी एकता का प्रदर्शन कर सके।

  • समय सीमा: चुनाव आयोग जल्द ही चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है, जिसके बाद नॉमिनेशन और फिर मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी।

इस इस्तीफे का भारतीय राजनीति पर क्या असर होगा?

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा कई मायनों में महत्वपूर्ण है:

  • राज्यसभा पर प्रभाव: उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति भी होते हैं। उनका पद खाली होने से राज्यसभा की कार्यवाही और विधेयकों पर असर पड़ सकता है, जब तक कि नए उपराष्ट्रपति का चुनाव नहीं हो जाता।

  • राजनीतिक समीकरण: यह चुनाव सत्ताधारी दल और विपक्ष दोनों के लिए अपनी ताकत का प्रदर्शन करने का एक अवसर होगा। इसका सीधा असर आगामी विधानसभा चुनावों और 2029 के लोकसभा चुनाव के पहले राजनीतिक समीकरणों पर पड़ सकता है।

  • विपक्ष की रणनीति: विपक्षी दल इस चुनाव को सरकार के खिलाफ अपनी एकता और ताकत दिखाने के मौके के रूप में देख सकते हैं।

जगदीप धनखड़ का कार्यकाल: एक नज़र

अपने कार्यकाल के दौरान, जगदीप धनखड़ ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय रखी और राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन किया। उनके कार्यकाल को सरकार और विपक्ष के बीच कई तीखी बहसों और महत्वपूर्ण विधायी कार्यों के लिए याद किया जाएगा।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम है, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा है। अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया और उससे जुड़े राजनीतिक दांव-पेच आने वाले दिनों में और भी गरमाएंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन इस महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर अपनी जगह बनाता है और इसका भारतीय राजनीति पर क्या दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है।

आपकी इस खबर पर क्या राय है? कौन होना चाहिए अगला उपराष्ट्रपति? हमें कमेंट्स में बताएं!

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